विराट भारत में गलती को छिपाना पाप है। हम मानते हैं कि सच्चाई से बड़ा कोई धर्म नहीं। अगर हमसे चूक हो जाए, तो उसे सुधारना हमारा फर्ज़ है – और वो भी तेज़ी से, पारदर्शी तरीके से। ये हमारी सुधार नीति है:
1. गलती हुई? हम मानते हैं!
• कोई तथ्य गलत
• नाम/तारीख में चूक
• आँकड़े उल्टे
• या कोई और भूल
→ हम सुधार करेंगे, बिना बहाना बनाए।
2. सुधार कैसे होता है?
| कदम | क्या करते हैं |
| 1. पता चलते ही | तुरंत जाँच शुरू – 2 घंटे के अंदर |
| 2. सही जानकारी | कम से कम 2 विश्वसनीय स्रोतों से पुष्टि |
| 3. सुधार प्रकाशन | मूल खबर के नीचे लाल रंग में "सुधार" बॉक्स |
| 4. सोशल मीडिया | अगर खबर शेयर हुई, तो सुधार भी उसी थ्रेड में |
सुधार का फॉर्मेट (उदाहरण)
⚠️ सुधार (13 नवंबर 2025, 3:45 PM) मूल खबर में लिखा था: "मुख्यमंत्री ने 500 करोड़ का ऐलान किया" सही जानकारी: ऐलान 50 करोड़ का था। गलती के लिए खेद। स्रोत: सरकारी प्रेस नोट।
3. आपकी भूमिका
• कोई गलती दिखे? तुरंत बताएँ! → ईमेल: viratbharatindia@gmail.com → सब्जेक्ट: "सुधार अनुरोध – [खबर का शीर्षक]"
24 घंटे में जवाब। 48 घंटे में सुधार (या स्पष्टीकरण)।
4. कब सुधार नहीं करते?
• राय या विश्लेषण में मतभेद (ये संपादकीय स्वतंत्रता है)
• व्यंग्य/हास्य को गलत समझना
• पुरानी खबर में नई जानकारी आना (उसके लिए नई खबर लिखते हैं)
5. हमारा वादा
• कोई गलती दबाएँगे नहीं
• कोई सुधार छिपाएँगे नहीं
• हर सुधार का रिकॉर्ड रखेंगे (आप माँगें तो दिखा देंगे)
6. सुधार का इतिहास
हम हर सुधार को यहाँ क्लिक करें पर सार्वजनिक रखते हैं। (वेबसाइट पर अलग पेज बनेगा – पारदर्शिता के लिए)
हम परफेक्ट नहीं, लेकिन ईमानदार ज़रूर हैं। आपकी नज़र हमारी सबसे बड़ी जाँच है।
अंतिम अपडेट: 13 नवंबर, 2025 संपर्क: viratbharatindia@gmail.com
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