चीन ने पूरा किया 6G का पहला बड़ा ट्रायल, भारत भी अब पीछे नहीं रहना चाहता!

चीन ने पूरा किया 6G का पहला बड़ा ट्रायल, भारत भी अब पीछे नहीं रहना चाहता!

बीजिंग/नई दिल्ली: दुनिया की इंटरनेट रफ्तार की रेस में चीन ने एक और बड़ा कदम बढ़ा दिया है। चीन की इंडस्ट्री एंड इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी मिनिस्ट्री ने ऐलान किया है कि देश ने 6G तकनीक का पहला चरण सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। लगातार चार साल से चल रहे ट्रायल के इस पहले फेज में 300 से ज्यादा नई खोजें हुई हैं और 6G की मुख्य दिशाएं तय कर दी गई हैं।

तीन चरणों में बंटा है चीन का 6G प्लान

ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक चीन का 6G मिशन तीन हिस्सों में बंटा है:
1. पहला चरण – की टेक्नोलॉजी ट्रायल (अब पूरा हो चुका)
2. दूसरा चरण – टेक्निकल सॉल्यूशन ट्रायल (प्रोटोटाइप बनेंगे)
3. तीसरा चरण – सिस्टम नेटवर्किंग ट्रायल (प्री-कमर्शियल डिवाइस और टेस्टिंग)

इस साल जुलाई में चाइना मोबाइल ने दुनिया का पहला छोटा 6G नेटवर्क भी शुरू कर दिया था। 10 टेस्ट साइट्स पर की गई टेस्टिंग में 6G की स्पीड 280 Gbps तक पहुंची – यानी 5G की टॉप स्पीड से करीब 14 गुना तेज! इतनी रफ्तार में 50 GB की मूवी दो सेकंड से भी कम समय में डाउनलोड हो जाएगी।

चीन की पांच साल की प्लानिंग में 6G टॉप पर

चीन की 14वीं पंचवर्षीय योजना में 6G को खास जगह दी गई है। क्वांटम टेक्नोलॉजी, ब्रेन-कंप्यूटर इंटरफेस, हाइड्रोजन एनर्जी और न्यूक्लियर फ्यूजन के साथ 6G को भी भविष्य की मुख्य तकनीक माना जा रहा है। मतलब साफ है – चीन 2030 तक 6G का कमर्शियल रोलआउट करने की पूरी तैयारी में है।

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भारत भी रेस में पूरी तरह शामिल

वहीं भारत भी 6G की दौड़ में पीछे नहीं है। साल 2022 में शुरू हुआ ‘भारत 6G विजन’ का लक्ष्य ही है – 2030 तक अपना 6G लॉन्च करना। अक्टूबर 2025 में इंडिया मोबाइल कांग्रेस (IMC 2025) में एक्सपर्ट्स ने बताया कि हम 6G ट्रायल शुरू करने के बहुत करीब पहुंच चुके हैं। उम्मीद है कि 2026-28 के बीच भारत में भी 6G के ट्रायल शुरू हो जाएंगे।

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रिपोर्ट्स की मानें तो भारत का 6G नेटवर्क 1000 Gbps तक की स्पीड दे सकता है और लेटेंसी लगभग जीरो होगी। इससे होलोग्राफिक वीडियो कॉल, रियल-टाइम वर्चुअल रियलिटी मीटिंग, रिमोट सर्जरी और स्मार्ट सिटी जैसी चीजें आम हो जाएंगी।

सरकार ने खोला खजाना, रिसर्च को मिल रहा बूस्ट

भारत 6G एलायंस और टेलीकॉम टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट फंड के जरिए रिसर्च को बढ़ावा दे रही है। देश के टॉप इंजीनियर्स, वैज्ञानिक और स्टार्टअप्स इस मिशन में जुटे हैं। सूत्रों का कहना है कि जल्द ही कुछ बड़े ऐलान हो सकते हैं।

तो कुल मिलाकर बात ये है कि 6G की जंग अब शुरू हो चुकी है। चीन ने पहला पड़ाव पार कर लिया है, लेकिन भारत भी पूरी ताकत से मैदान में है। अगले 5-7 साल बहुत कुछ तय करने वाले हैं – कौन बाजी मारेगा, ये देखना रोचक होगा!

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हरियाणा की खबरों की ‘मास्टरकी’ सलोनी यादव | 8 साल से जमीनी हकीकत को बेबाकी से आपके सामने ला रही हूँ। न खौफ, न खफा… बस सच, तथ्य और थोड़ा सा हरियाणवी तड़का! जो दिखता है वो बताती हूँ, जो छुपाया जाता है वो खोज निकालती हूँ। हरियाणा की धड़कन से सीधी कनेक्टेड पत्रकार।