Haryana News: हरियाणा में कॉलेज शिक्षकों के लिए बड़ी राहत, अब ऑनलाइन ट्रांसफर से तय होगी पसंद की पोस्टिंग
हरियाणा के उच्चतर शिक्षा विभाग ने प्राचार्य और सहायक प्राध्यापकों के लिए ऑनलाइन ट्रांसफर प्रक्रिया शुरू की है। HRMS पोर्टल पर प्राचार्य 25 नवंबर तक अपनी वरीयता दे सकेंगे, जबकि आदेश 5 फरवरी को जारी किए जाएंगे।
- प्राचार्य दो साल बाद अपनी पसंद का कॉलेज चुन सकेंगे।
- चार साल पूरे कर चुके प्राचार्यों के लिए ट्रांसफर अनिवार्य होगा।
- HRMS पोर्टल पर पूरी प्रक्रिया ओटीपी आधारित सत्यापन से होगी।
- आगामी चरण में 20 विषयों के सहायक प्राध्यापकों के ट्रांसफर होंगे।
- मेरिट निर्धारण 80 अंकों के आधार पर किया जाएगा जिसमें जेंडर, स्वास्थ्य और सेवा अवधि शामिल हैं।
Haryana News: हरियाणा सरकार ने राज्य के राजकीय महाविद्यालयों के शिक्षकों के लिए बड़ी प्रशासनिक पहल की है। उच्चतर शिक्षा विभाग ने सोमवार को प्राचार्यों के लिए ऑनलाइन स्थानांतरण प्रक्रिया की शुरुआत कर दी। जो प्राचार्य अपने दो साल का कार्यकाल पूरा कर चुके हैं वे अब अपनी पसंद के कॉलेज में स्थानांतरण करा सकेंगे। चार साल का कार्यकाल पूरा कर चुके प्राचार्यों के लिए यह प्रक्रिया अनिवार्य होगी। इसके लिए ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 25 नवंबर तय की गई है जबकि पात्रता की गणना 31 अक्टूबर तक की जाएगी।
HRMS पोर्टल पर होगी पूरी प्रक्रिया
सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि स्थानांतरण की पूरी प्रक्रिया हरियाणा सरकार के HRMS पोर्टल के माध्यम से की जाएगी। पोर्टल पर डेटा अपडेट करने का कार्य 2 दिसंबर तक चलेगा। इसके बाद 5 फरवरी 2026 को स्थानांतरण आदेश जारी किए जाएंगे और 15 फरवरी तक नए कॉलेजों का आवंटन पूरा कर लिया जाएगा। आपको बता दें कि प्रदेश में कुल 178 प्राचार्य पद हैं, जिनके लिए यह डिजिटल ट्रांसफर नीति लागू की गई है। हर चरण को ओटीपी आधारित सिस्टम से सत्यापित किया जाएगा ताकि प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी रहे।
सहायक प्राध्यापकों के ट्रांसफर की तैयारी भी पूरी
विभाग ने बताया कि अगले चरण में सहायक प्राध्यापकों के ऑनलाइन ट्रांसफर की प्रक्रिया शुरू होगी। जिन शिक्षकों ने किसी कॉलेज में कम से कम एक साल का कार्यकाल पूरा किया है, वे आवेदन कर सकेंगे। इस नीति में 20 विषयों के कुल 7882 पद शामिल हैं। इन विषयों में बॉटनी, केमिस्ट्री, कॉमर्स, कंप्यूटर साइंस, इंग्लिश, हिंदी, इतिहास, गणित, फिजिकल एजुकेशन, पॉलिटिकल साइंस, मनोविज्ञान, संस्कृत, पंजाबी और जूलॉजी जैसे विषय शामिल हैं।
मेरिट आधारित चयन व्यवस्था
स्थानांतरण में मेरिट तय करने के लिए 80 अंकों का स्कोर पैमाना बनाया गया है। इसमें आयु, जेंडर, दिव्यांगता, वैवाहिक स्थिति, स्वास्थ्य और सेवा अवधि को शामिल किया गया है। महिला शिक्षकों को, विशेष रूप से विधवा, तलाकशुदा या कानूनी रूप से अलग रह रहीं महिलाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके अलावा दिव्यांग और गंभीर बीमारियों से पीड़ित शिक्षकों को भी राहत मिलेगी।
आपको बता दें कि इस नए HRMS पोर्टल आधारित सिस्टम से स्थानांतरण प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता लाने का लक्ष्य है। इससे न केवल शिक्षकों को अपनी पसंद के कॉलेज में अवसर मिलेगा, बल्कि शिक्षा व्यवस्था में संतुलन भी बनाए रखा जा सकेगा।
About The Author
हरियाणा की खबरों की ‘मास्टरकी’ सलोनी यादव | 8 साल से जमीनी हकीकत को बेबाकी से आपके सामने ला रही हूँ। न खौफ, न खफा… बस सच, तथ्य और थोड़ा सा हरियाणवी तड़का! जो दिखता है वो बताती हूँ, जो छुपाया जाता है वो खोज निकालती हूँ। हरियाणा की धड़कन से सीधी कनेक्टेड पत्रकार।
.png)